Explore topic-wise MCQs in Hindi Sahitya (हिन्दी साहित्य).

This section includes 223 Mcqs, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your Hindi Sahitya (हिन्दी साहित्य) knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

151.

बसंती हवा को एक अजीब मुसाफिर की संज्ञा क्यों दी गई है?

A. क्योंकि वह सभी जगह पर निखर रूप से मान मुताबिक घुमती है |
B. क्योंकि वह सभी जगह पर निडर और स्वतंत्र रूप से मन मुताबिक नहीं घूमती है |
C. क्योंकि वह सभी जगह पर निडर और स्वतंत्र रूप से मन मुताबिक घूमती है |
D. क्योंकि वह कुछ जगह पर निडर और स्वतंत्र रूप से मन मुताबिक घूमती है |
Answer» D. क्योंकि वह कुछ जगह पर निडर और स्वतंत्र रूप से मन मुताबिक घूमती है |
152.

बसंती हवा को मस्तमौला क्यों कहा गया है?

A. क्योंकि वह फ़िक्र के साथ डर पूर्वक इधर-उधर घूमती रहती है |
B. क्योंकि वह बिना फ़िक्र के निडरता पूर्वक घूमती नहीं है |
C. क्योंकि वह बिना फ़िक्र के निडरता पूर्वक इधर-उधर नहीं घूमती रहती है |
D. क्योंकि वह बिना फ़िक्र के निडरता पूर्वक इधर-उधर घूमती रहती है |
Answer» E.
153.

अर्थ की दृष्टि से शेष से भिन्न शब्द को पहचानिए -

A. व्यवधान
B. बाधा
C. डगर
D. अवरोध
Answer» D. अवरोध
154.

व्याकरण की दृष्टि से 'इंद्रधनुषी' शब्द है -

A. विशेषण
B. क्रियाविशेषण
C. संज्ञा
D. सर्वनाम
Answer» B. क्रियाविशेषण
155.

दिशाएँ कवि को क्यों बुला रही हैं?

A. संदेह दूर करने के लिए
B. सफलता प्राप्त करने के लिए
C. कविता पाठ करने के लिए
D. अनजान रास्तों से बचने के लिए
Answer» C. कविता पाठ करने के लिए
156.

कविता का केंद्रीय स्वर है -

A. सुनसानी और अनजानापन
B. कर्म और प्रेरणा
C. उत्साह और आत्मविश्वास
D. बाधाएँ और विघ्न
Answer» D. बाधाएँ और विघ्न
157.

किस पंक्ति से प्रतीत होता है कि कवि का व्यक्तित्व बदल गया है?

A. नहीं कुछ यहाँ जो मुझे रोक पाए |
B. मुझे आज लगता कि मैं वह नहीं हूँ |
C. अटल एक विश्वास मन में भरा है |
D. अजानी हवा में बहे जा रहा हूँ |
Answer» C. अटल एक विश्वास मन में भरा है |
158.

कवि को अपनी सफलता पर अटल विश्वास क्यों है?

A. उसे रोक-टोक करने वाला कोई नहीं है |
B. सफलता पाना बहुत सरल है |
C. उसे कोई रूकावट नहीं दिखाई देती |
D. दिशाएँ उसे बुला रही हैं |
Answer» E.
159.

'जो धूप में खूब सूख चुका है' से अभिप्राय है-

A. रेगिस्तान में रहना
B. धूप सेकना
C. बीमार होना
D. कड़ा परिश्रम करना
Answer» E.
160.

'अमृतवाला तत्व' का तात्पर्य है-

A. जीवन का रहस्य
B. अमृत
C. जीवन का सार
D. समुद्र से निकला हुआ अमृत
Answer» D. समुद्र से निकला हुआ अमृत
161.

जिन्दगी के असली मजे किनके लिए हैं?

A. जो आराम करते हैं।
B. जो परिश्रम करते हैं।
C. जो शहर में रहते हैं।
D. जो पैसे वाले हैं।
Answer» C. जो शहर में रहते हैं।
162.

'पथ' शब्द का उचित समानार्थी शब्द है-

A. मार्ग
B. भोजन
C. यात्री
D. पथिक
Answer» B. भोजन
163.

इस कविता का मूल भाव क्या है?

A. इस कविता का मूल भाव देश के लिए बलिदान हो जाना है।
B. इस कविता का मूल भाव शिक्षा को बढ़ावा देना है।
C. इस कविता का मूल भाव, आपसी भाईचारा और आपसी समझ को बढ़ावा देना है।
D. इस कविता का मूल भाव आपसी झगड़े और समझ को बढ़ावा देना है।
Answer» D. इस कविता का मूल भाव आपसी झगड़े और समझ को बढ़ावा देना है।
164.

‘तुम वीतराग’ का अर्थ स्पष्ट करें।

A. तुम अब प्रासंगिक नहीं रह गये
B. तुम गाये हुए गान हो
C. पुराने पड़ चुके राग हो
D. तुम बीते हुए समय हो
Answer» B. तुम गाये हुए गान हो
165.

सबसे प्राचीन वीरता कौन सी है?

A. वाक्वीरता
B. दानवीरता
C. युद्धवीरता
D. दयावीरता
Answer» D. दयावीरता
166.

इस गद्यांश को उचित शीर्षक दीजिए।

A. स्वावलंबन या परावलंबन
B. स्वावलंनी जीवन
C. स्वावलंबन: स्वर्ग का द्वार
D. संसार में परावलंबन
Answer» D. संसार में परावलंबन
167.

लेखक ने प्रकृति के कोमल एवं मधुर रुप का वर्णन करने वालों को क्या कहकर सम्बोधित किया है?

A. भोगलिप्सु
B. सच्चा भावुक हृदय कवि
C. उदार हृदय
D. साहित्य प्रेमी
Answer» B. सच्चा भावुक हृदय कवि
168.

लेखक के अनुसार एक सच्चे कवि का हृदय किस ओर लीन माना गया है-

A. मानवता की सेवा में
B. प्रकृति चित्रण में
C. साहित्य रचना में
D. उच्चाकाँक्षाओं को प्राप्त करने में
Answer» D. उच्चाकाँक्षाओं को प्राप्त करने में
169.

लेखक ने प्रकृति के किस-किस रुप को काव्य के लिए आवश्यक माना है।

A. मधुर और सुसज्जित रुप को
B. कठोर और असुन्दर रुप को
C. कोमल और कठोर रुप को
D. सहज और स्वाभाविक रुप को
Answer» B. कठोर और असुन्दर रुप को
170.

पुस्‍तक का चयन _______ के आधार पर करना चाहिए।

A. नैतिक शिक्षा
B. उपलब्‍धता
C. कीमत
D. आयु वर्ग
Answer» E.
171.

''भर पाया मैं तो _____" साँप के इस कथन का आशय है

A. आनंद आ गया, अब बैठा रहूँगा।
B. समझ गया, अब धोखा नही खाउँगा।
C. देख लिया, अब नही देखूँगा।
D. मन भर गया, अब नही उडूँगा।
Answer» C. देख लिया, अब नही देखूँगा।
172.

इस पद्य को ध्यान से पढ़ें और नीचे दिए गए प्रश्न का उत्त्तर दें:जिसने मरना सीख लिया है जीने का अधिकार उसी को ।जो काँटों के पथ पर आया, फूलों का उपहार उसी को ।हँस-हँसकर इक मस्ती लेकर, जिसने सीखा है बलि होना ।अपनी पीड़ा पर मुस्काना, औरो के कष्टों पर रोना ।जिसने सहना सीख लिया है, संकट है त्यौहार उसी का ।प्रश्न: संकट त्यौहार कब बन जाता है?

A. कष्टों से हँसते-हँसते लड़ने की कला सीख लेने पर संकट बन जाते हैं।
B. कष्टों को झेलते-झेलते सहने की कला सीख लेने पर संकट भी त्यौहार बन जाते हैं।
C. कष्टों को हँसते-हँसते सहने की कला सीख लेने पर संकट भी त्यौहार बन जाते हैं।
D. कष्टों को हँसते-हँसते सहने की कला सीख लेने पर त्यौहार भी संकट बन जाते हैं।
Answer» D. कष्टों को हँसते-हँसते सहने की कला सीख लेने पर त्यौहार भी संकट बन जाते हैं।
173.

मानव मात्र की मानसिक पृष्ठभूमि किन अवगुणों पर आधारित है?

A. सत्य और करुणा
B. मानवता
C. नफरत और हिंसा
D. सच्चाई और प्रेम
Answer» D. सच्चाई और प्रेम
174.

युद्ध होने से क्या मूलभुत हानि होती है?

A. मात्र धन की हानि
B. मात्र जन की हानि
C. मात्र बल की हानि
D. नफरत एवं झूठ का प्रसार
Answer» E.
175.

युद्ध किन गुणों के विरोध से पैदा होता है?

A. धन एवं ऐश्वर्य
B. कीर्ति एवं ऐश्वर्य
C. सत्य एवं मानवता
D. पद एवं प्रतिष्ठा
Answer» D. पद एवं प्रतिष्ठा
176.

घृणा और असत्य के मार्ग पर चलने से क्या अवगुण उत्पन्न होते हैं?

A. भौतिक पागलपन
B. दिमागी संकरापन
C. आहार संकोचन
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer» C. आहार संकोचन
177.

श्रम से कातर कौन होता है ?

A. काया श्रम से कातर होता है।
B. व्यक्ति श्रम से कतार होता है।
C. व्यक्ति श्रम से कातर होता है।
D. मृत्यु श्रम से कातर होता है।
Answer» D. मृत्यु श्रम से कातर होता है।
178.

सॉंप के आश्‍चर्य का ठिकाना न रहा, क्‍योंकि-

A. लोग बाज की वीरता के गीत गा रहे थे।
B. लोग सॉंप की समझदारी की प्रशंसा कर रहे थे।
C. घायल बाज उड़ने लगा था।
D. सूरज की किरणों से समुद्री जल झिलमिला रहा था।
Answer» B. लोग सॉंप की समझदारी की प्रशंसा कर रहे थे।
179.

इस पतद्यच को ध्यान से पढ़ें और नीचे दिए गए प्रश्न का उत्त्तर दें: जिसने मरना सीख लिया है जीने का अधिकार उसी को।जो काँटों के पथ पर आया, फूलों का उपहार उसी को ।हँस-हँसकर इक मस्ती लेकर, जिसने सीखा है बलि होना ।अपनी पीड़ा पर मुस्काना, औरो के कष्टों पर रोना ।जिसने सहना सीख लिया है, संकट है त्यौहार उसी का । प्रश्न: जीने का अधिकार किसे है?

A. मरने का अधिकार उसे है जो जीने से डरे ।
B. जीने का अधिकार उसे है जो कष्टों से न डरे ।
C. जीने का अधिकार उसे है जो मौत से डरे ।
D. जीने का अधिकार उसे है जो मौत से न डरे ।
Answer» E.
180.

आकाश के बारे में निम्‍नलिखित कथनों पर विचार कीजिए और वे कथन चुनिए जिन्‍हें सॉंप असत्‍य मानता है1. वहॉं ढेर सारी रोशनी है।2. वहॉं कोई आधार नहीं है।3. वहॉं सुख ही सुख है।

A. 2 और 3
B. केवल 3
C. केवल1
D. 1 और 2
Answer» C. केवल1
181.

'ओ निडर बाज !'उपर्युक्‍त पद में कारक की पहचान कीजिए

A. संबंध कारक
B. संबोधन कारक
C. कर्ता कारक
D. कर्म कारक
Answer» C. कर्ता कारक
182.

'स्‍वतंत्रता' के पद परिचय के बारे में क्‍या उपयुक्‍त नही है ?

A. 'ता' उपसर्ग
B. एकवचन
C. संज्ञा
D. भाववाचक
Answer» B. एकवचन
183.

घायल होते हुए भी बाज़ ने उड़ान भरी, क्योंकि

A. उसे मुक्त आकाश की स्वच्छंदता प्रिय थी।
B. उसे अपनी निडरता का प्रमाण देना था।
C. उड़ना उसकी विवशता थी।
D. इससे वह शीघ्र अच्छा हो सकता था।
Answer» B. उसे अपनी निडरता का प्रमाण देना था।
184.

उपरोक्त गद्यांश के अनुसार _______ का संत-हृदय, परम कारुणिक राम के प्रति ही उन्मुख हो सकता है, जो जीवन के धर्ममय सौंदर्य, मर्यादापूर्ण शील और आत्मिक शौर्य के प्रतीक हैं |

A. धर्म
B. तुलसी
C. राम
D. काव्यक
Answer» C. राम
185.

उपरोक्त गद्यांश के अनुसार तुलसी के काव्य में धर्म निम्नलिखित में से किस रूप में प्रकट हुआ है?

A. निष्कलंकित रूप में प्रकट हुआ है |
B. निष्कलंकित, खुले रूप में, अक्षुण्ण या अपने संपूर्ण रूप में प्रकट हुआ है |
C. खुले रूप में प्रकट हुआ है |
D. अक्षुण्ण या अपने संपूर्ण रूप में प्रकट हुआ है |
Answer» C. खुले रूप में प्रकट हुआ है |
186.

कवि के मन में इच्छा उत्त्पन्न हुई है _____l

A. कुछ महत्वपूर्ण कार्य करने की
B. मन से बातें करने की
C. खुशियाँ मनाने की
D. अपनी पहचान बनाने की
Answer» B. मन से बातें करने की
187.

सभ्यता और संस्कृति में मूल अंतर यह है कि सभ्यता-

A. नित्य है, संस्कृति या अनित्य
B. असीमित है, संस्कृति सीमित
C. का प्रभाव परिमित है, संस्कृति का अपरिमित
D. का संबंध इहलोक से है, संस्कृति का परलोक से
Answer» D. का संबंध इहलोक से है, संस्कृति का परलोक से
188.

इस पद्य को ध्यान से पढ़ें और नीचे दिए गए प्रश्न का उत्तर दें: जिसने मरना सीख लिया है जीने का अधिकार उसी को।जो काँटों के पथ पर आया, फूलों का उपहार उसी को।हँस-हँसकर इक मस्ती लेकर, जिसने सीखा है बलि होना।अपनी पीड़ा पर मुस्काना ,औरो के कष्टों पर रोना।जिसने सहना सीख लिया है ,संकट है त्यौहार उसी का। प्रश्न: इस कविता में काँटे और फूल किसके प्रतीक हैं?

A. काँटे संकटों के और फूल पीड़ा के प्रतीक है।
B. काँटे संकटों के और फूल सुखों के प्रतीक हैं।
C. काँटे उपहार के और फूल बलि के प्रतीक है।
D. काँटे सुखों के और फूल संकटों के प्रतीक है।
Answer» C. काँटे उपहार के और फूल बलि के प्रतीक है।
189.

'मौत के आगे न हिचकें' के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है?

A. कवि कहना चाहता है कि वो अत्यंत साहसी है उन्हें जन्म से भी भय नहीं है।
B. कवि कहना चाहता है कि वो अत्यंत साहसी है उन्हें मृत्यु का भी भय नहीं है।
C. कवि कहना चाहता है कि वो अत्यंत साहसी है उन्हें मृत्यु का भय है।
D. कवि कहना चाहता है कि वो अत्यंत कायर है उन्हें मृत्यु का भय है।
Answer» C. कवि कहना चाहता है कि वो अत्यंत साहसी है उन्हें मृत्यु का भय है।
190.

इस काव्यांश में पिता जी की कौन-कौन से विशेषताएं उभर कर सामने आये हैं?

A. इस काव्यांश में पिता जी की जिन्दादिली, स्फूर्ति, बहादुरी, तथा निडरता जैसे स्वाभाव उभर कर सामने आये हैं।
B. इस काव्यांश में पिता जी की जिन्दादिली, स्फूर्ति, बहादुरी निर्भय स्वभाव, कर्म शीलता तथा निडरता जैसे स्वभाव उभर कर सामने आये हैं.
C. इस काव्यांश में पिता जी की जिन्दादिली, निर्भय स्वभाव, कर्म शीलता तथा निडरता जैसे स्वभाव उभर कर सामने आये हैं.
D. इस काव्यांश में पिता जी की निर्भय स्वभाव, कर्म शीलता तथा निडरता जैसे स्वभाव उभर कर सामने आये हैं.
Answer» C. इस काव्यांश में पिता जी की जिन्दादिली, निर्भय स्वभाव, कर्म शीलता तथा निडरता जैसे स्वभाव उभर कर सामने आये हैं.
191.

"जो सम्मान और प्रतिष्ठा मुझे मिली है, उसमें सबका श्रेय मेरे उन्ही गुरु का है।" - कथन में कौन-सा भाव प्रकट होता है?

A. गुरु के प्रति घृणा
B. गुरु के प्रति अपनापन
C. गुरु के प्रति शिष्य भाव
D. गुरु के प्रति श्रद्धा
Answer» E.
192.

अच्छा गुरु अपने शिष्य में देखता है

A. जाति तथा धर्म
B. आचार-विचार
C. भक्ति तथा श्रद्धा
D. रंग तथा रूप
Answer» D. रंग तथा रूप
193.

पुष्प का सौंदर्य किसमें है?

A. तोड़ने वाले की दृष्टी में
B. देखने वाले की दृष्टी में
C. स्वयं पुष्प में
D. पाने वाले की दृष्टी में
Answer» C. स्वयं पुष्प में
194.

कविता का मर्मज्ञ तथा रसिक कौन हो सकता है?

A. जो कविता के मर्म को समझकर उसके रस में डूब जाता है।
B. जो कविता सुनता है।
C. जो कविता सुनकर दांद देता है।
D. जो रसपान करता है।
Answer» B. जो कविता सुनता है।
195.

'जन गण मन' राष्ट्रगान के रचनाकार है:

A. रबिन्द्रनाथ टैगोर
B. बकिम बाबू
C. हरिवंशराय बच्चनजी
D. सरोजिनी नायडू
Answer» B. बकिम बाबू
196.

उनके पिता कौन-से समाज के नेता थे?

A. ब्रह्म समाज
B. आर्य समाज
C. सत्यशोधक समाज
D. रामकृष्ण मिशन
Answer» B. आर्य समाज
197.

इस कविता का शीर्षक क्या है?

A. राश्त्रीय एकता
B. रष्ट्रीय एकता
C. राष्ट्रीय ऐकता
D. राष्ट्रीय एकता
Answer» E.
198.

इस कविता में किस समस्याओं पर प्रकाश डाला गया है?

A. देश की पर्वतीय सीमा, ठंडे पानी की समस्या, भाषायी भेद-भाव, राजनीति से संबधित समस्याओं पर प्रकाश डाला गया है
B. देश की पर्वतीय सीमा, पानी की समस्या, भाषायी भेद-भाव, राजनीति से संबधित समस्याओं पर प्रकाश डाला गया है
C. देश की ग्रामीण सीमा, पानी की समस्या, भाषायी भेद-भाव, राजनीति से संबधित समस्याओं पर प्रकाश डाला गया है
D. विदेश की पर्वतीय सीमा, पानी की समस्या, भाषायी भेद-भाव, राजनीति से संबधित समस्याओं पर प्रकाश डाला गया है
Answer» C. देश की ग्रामीण सीमा, पानी की समस्या, भाषायी भेद-भाव, राजनीति से संबधित समस्याओं पर प्रकाश डाला गया है
199.

कवि जीने के लिए क्या सीखनें को कह रहा है?

A. कवि जीने के लिए मर जाने को कह रहा है।
B. कवि जीने के लिए चुप रहने की कला सीखनें को कह रहा है।
C. कवि जीने के लिए चापलूसी करने की कला सीखनें को कह रहा है।
D. कवि जीने के लिए आत्म बलिदान करने की कला सीखनें को कह रहा है।
Answer» E.
200.

शारीरिक शक्ति के द्वारा किस प्रकार परोपकार किया जा सकता है?

A. भूले-भटके को राह दिखा कर, प्यासे को पानी पिला कर, अबलाओं की रक्षा कर के परोपकार किया जा सकता है।
B. भूले-भटके को राह दिखाकर, प्यासे को पानी पिला कर, सबलाओं की रक्षा कर के परोपकार किया जा सकता है।
C. भूले-भटके को राह दिखा कर, भूखे को पानी पिला कर, अबलाओं की रक्षा कर के परोपकार किया जा सकता है।
D. भूले-भटके को पढ़ा कर, प्यासे को पानी पिला कर, अबलाओं की रक्षा कर के परोपकार किया जा सकता है।
Answer» B. भूले-भटके को राह दिखाकर, प्यासे को पानी पिला कर, सबलाओं की रक्षा कर के परोपकार किया जा सकता है।