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उपर्युक्त गद्यांश का सारांश लिखिए |

A. संसार के सभी धर्म मूल में एक हैं | मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है | धर्म जोड़ता है न कि तोड़ता है | संसार के सभी प्राणियों में एक ही प्राण का संचार है | वह बाह्य रूप से अलग दिखाई पड़ता है किन्तु वह अंदर से एक ही है | उसमें कोई भेद नहीं है |
B. संसार के सभी धर्म मूल में एक हैं | मानवता ही सबसे बडा धर्म है | धर्म जोडता है न कि तोलता है | संसार के सभी प्राणियों में एक ही प्राण का संचार है | वह बाह्य रूप से अलग दिखाई पडता है किन्तु वह अंदर से एक ही है | उसमें कोई भेद नहीं है |
C. संसार के सभी धर्म मूल में एक हैं | मानवता ही सबसे बडा धर्म है | धर्म जोडता है न कि तोडता है | संसार के सभी प्राणियों में एक ही प्राण का समाचार है | वह बाह्य रूप से अलग दिखाई पडता है किन्तु वह अंदर से एक ही है | उसमें कोई भेद नहीं है |
D. संसार के सभी धर्म मूल में एक हैं | मानवता ही सबसे बडा धर्म है | धर्म जोडता है न कि तोडता है | संसार के सभी प्राणियों में एक ही प्राण का संचार है | वह बाह्य रूप से अलग दिखाई पडता है किन्तु वह अंदर से एक ही है | उसमें कोई भेद नहीं है |
Answer» B. संसार के सभी धर्म मूल में एक हैं | मानवता ही सबसे बडा धर्म है | धर्म जोडता है न कि तोलता है | संसार के सभी प्राणियों में एक ही प्राण का संचार है | वह बाह्य रूप से अलग दिखाई पडता है किन्तु वह अंदर से एक ही है | उसमें कोई भेद नहीं है |


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