आपने सर्कस में मौत के कुएँ ( एक खोखला जालयुक्त गोलीय चैम्बर ताकि उसके भीतर के क्रियाकलापों को दर्शक देख सकें) में मोटरसाइकिल सवार को ऊर्ध्वाधर लूप में मोटरसाइकिल चलाते हुए देखा होगा । स्पष्ट कीजिए कि वह मोटरसाइकिल सवार नीचे से कोई सहारा न होने पर भी गोले के उच्चतम बिंदु से नीचे क्यों नहीं गिरता यदि चैम्
की त्रिज्या 25 मीटर हैं , तो ऊर्ध्वाधर लूप को पूरा करने के लिए मोटरसाइकिल की न्यूनतम चाल कितनी होनी चाहिए ?
की त्रिज्या 25 मीटर हैं , तो ऊर्ध्वाधर लूप को पूरा करने के लिए मोटरसाइकिल की न्यूनतम चाल कितनी होनी चाहिए ?
जब मोटरसाइकिल सवार मौत के कुएँ के उच्चतम बिंदु पर हैं , तब मोटरसाइकिल सवार का भार तथा गोलीय चैम्
की लम्बवत् प्रतिक्रिया R नीचे की ओर हैं । ये बल बाहर की ओर कार्यरत् अपकेंद्र बल व्दारा संतुलित किये जाते हैं ।
` R + mg = ( mv^(2))/(r) `
जहाँ , v = मोटरसाइकिल सवार की चाल
m = ( मोटरसाइकिल सवार ) का द्रव्यमान
r = मौत के कुएँ की त्रिज्या
मोटरसाइकिल सवार पर कार्यरत् सभी बल संतुलन में हैं , अतः वह नीचे नहीं गिरेगा । ऊर्ध्वाधर लूप को पूर्ण करने के लिए आवश्यक न्यूनतम चाल के लिए ` mg = (mv_(min)^(2) ) /(r)`
( `therefore` इस स्थिति में वस्तु का भार = अभिकेंद्र बल )
या `v_( min) = sqrt(rg)`
= `sqrt(25 xx 9.8)`
= 15.65 मीटर/सेकण्ड