MCQOPTIONS
Bookmark
Saved Bookmarks
→
General Studies
→
Agriculture and animal Husbandry / कृषि और पशुपालन
→
पोशाक का प्रसिद्ध रूप पुंछी किस राज्य में प्रचलित...
1.
पोशाक का प्रसिद्ध रूप पुंछी किस राज्य में प्रचलित है? (JKPSC 2013)
A.
केरल
B.
कर्नाटक
C.
मिजोरम
D.
गुजरात
Answer» D. गुजरात
Show Answer
Discussion
No Comment Found
Post Comment
Related MCQs
जी.आर्इ. टैग के संदर्भ में निम्न कथनों में से असत्य कथन का चुनाव कीजिये - 1. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जीआर्इ टैग का विनियमन विश्व बैंक के द्वारा किया जाता है। 2. औद्योगिक संपत्ति के संरक्षण हेतु जीआर्इ टैग को बर्लिन कन्वेंशन के अंतर्गत बौद्धिक संपदा अधिकारों के रूप में शामिल किया गया। 3. जीआर्इ टैग का अधिकार हासिल करने के लिए दिल्ली स्थित जी. आर्इ. डेटाबेस में आवदेन देना होता है। 4. जीआर्इ टैग का अधिकार मिल जाने के बाद 20 वषोर्ं तक जीआर्इ टैग मान्य होते हैं।
निम्न में से किस/किन उत्पाद/उत्पादों या भौगोलिक संकेत (Geographical Indication) प्राप्त है/हैं - 1. ओडिशा के रसगुल्ले 2. दार्जिलिंग की चाय 3. बासमती चावल उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें
निम्न कथनों पर विचार करें - 1. कोयंबटूर जिले में स्थित इरोड और इसके आसपास के क्षेत्र हल्दी की खेती की जाती है। 2. इरोड हल्दी को GI टैग प्राप्त हो चुका है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें
उत्पाद एवं उनके भौगोलिक संकेत के अनुसार सुमेलित कीजिए सूची - I सूची - II (a) कड़कनाथ मुर्गा 1. नागपुर (b) संतरा 2. झाबुआ (c) लड्डू 3. महाबलेश्वर (d) स्ट्रॉबेरी 4. तिरुपति
कोल्हापुरी के किस उत्पाद को जी.आर्इ. टैग प्राप्त हुआ है?
मन्नार की खाड़ी, गोवा, ओडिशा आदि हस्तशिल्प हेतु प्रसिद्ध हैं?
निम्न में से सत्य कथनों का चुनाव करें - 1. हड्डी और सींग हस्तशिल्प कर्नाटक राज्य की उपज है। 2. मध्यप्रदेश में बेल मेटल हस्तशिल्प को आदिवासी शिल्प के रुप में जाना जाता है।
पोशाक का प्रसिद्ध रूप पुंछी किस राज्य में प्रचलित है? (JKPSC 2013)
मुगल काल में विकसित हुआ कुट्टी किस हस्तशिल्प हेतु प्रसिद्ध है?
निम्न कथनों में से सत्य कथनों का चुनाव करें 1. मध्यप्रदेश हरे रंग के पत्थरों की रॉक शिल्पकला हेतु प्रसिद्ध 2. छत्तीसगढ़ जूटशिल्प हेतु अग्रणी राज्य है।
Reply to Comment
×
Name
*
Email
*
Comment
*
Submit Reply
Your experience on this site will be improved by allowing cookies. Read
Cookie Policy
Reject
Allow cookies