1.

मान लीजिए कि हमारे पास लोहे की एक कील और उसी द्रव्यमान की लोहे की एक गेंद है । पानी में डुबोने पर , लोहे की गेंद तैर सकती है लेकिन कील हमेशा डूब जाएगी । इसका क्या कारण है ?

A. दोनों के आकार के कारण कील की अपेक्षा गेंद पर उत्प्लावन बल अधिक होता है ।
B. गेंद पर श्यान बल अपेक्षाकृत अधिक होता है ।
C. कील पर श्यान बल अपेक्षाकृत अधिक होता है ।
D. गुरूत्वीय बल गेंद को , कील से भिन्न रूप में प्रभावित करता है ।
Answer» C. कील पर श्यान बल अपेक्षाकृत अधिक होता है ।


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