( ii )ऋणात्मक दिशा में गतिमान है ।
y अक्ष के अनुदिश सरल आवर्त गति करते हुए कण की विस्थापन समीकरण ` y = A sin (omegat + phi )`है । यदि t-0 पर कण की स्थिति `y = A/2` पर हो तो कण की प्राम्भिक कला `phi` का मान ज्ञात कीजिये यदि कण उस क्षण –
( ii )ऋणात्मक दिशा में गतिमान है ।
( ii )ऋणात्मक दिशा में गतिमान है ।
कण की समय – विस्थापन समीकरण
` y = A sin (omegat+phi) `
प्रश्नानुसार , t=0 पर , `y = A/2`
अतः ` A/2 = A sin (0+ phi)= A sin phi`
` :. 1/2 sin phi `
अतः ` phi = pi/6 ” ” (5pi)/6 ” अथवा “` …(2)
कण का वेग ` upsilon = (dy)/(dt) = A omega cos (omegat+phi)” “` …(3)
t = 0 पर , `upsilon = A omega vos (0+phi ) = A omega cos phi ” “` …(4)
(ii) यदि कण ऋणात्मक y दिशा में गतिमान है –
` upsilon = A omega cos phi = -ve`
` cos phi = – ve`
` phi ` अधिककोण होगा अर्थात ` phi gt pi/2`
अतः समीकरण (2 ) से, ` phi = (5pi)/6`