r त्रिज्या की एक पतली अर्धवृत्ताकार चालक रिंग (वलय) PQR किसी क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र B में गिर रही है । गिरते समय इसका समतल आरेख में दर्शाये गए अनुसार ऊर्ध्वाधर रहता है । जब गिरते हुए रिंग की चाल v है तो , इसके दो सिरों के बीच विकसित विभवान्तर है :

A. शून्य
B. `Bvpir^(2)//2` तथा P उच्च विभव पर होगा
C. `pirBv` तथा R का विभव अधिक (उच्च) होगा
D. 2rBv तथा R का विभव अधिक (उच्च) होगा |

A. शून्य
B. `Bvpir^(2)//2` तथा P उच्च विभव पर होगा
C. `pirBv` तथा R का विभव अधिक (उच्च) होगा
D. 2rBv तथा R का विभव अधिक (उच्च) होगा |
Correct Answer – D
विकसित विभवान्तर `= Bvl = Bv(2r),` जहाँ R उच्च विभव पर तथा P निम्न विभव पर होगा ।