निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य-सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए-
(अ) परसों को बिताय दियो बरसों तरसों कब पांय पिया परसों।
(ब) पिय प्यारे तिहारे निहारे बिना, अँखियाँ दुखियाँ नहीं मानती हैं।
(स) बोलै लगे दादुर मयूर लगे नाचै फेरि ।
देखि के संजोगी जन हिय हरसै लगे।
(अ) काव्य–सौन्दर्य–
(ब) काव्य–सौन्दर्य–
(स) काव्य–सौन्दर्य–
“घन घमण्ड नभ, गरजत घोरा। प्रिया हीन डरपत मन मोरा।”