निम्नलिखित ऑक्सीकरण अभिक्रियाओ में से प्रत्येक को कितने कूलम्ब आवेश की आवश्यकता होगी ?
(i) `FeO` के एक मोल को `Fe_(2)O_(3)` में
(ii) `H_(2)O` के एक मोल को `O_(2)` में
(i) `FeO` के एक मोल को `Fe_(2)O_(3)` में
(ii) `H_(2)O` के एक मोल को `O_(2)` में
(i) एक मोल FeO के ऑक्सीकरण के लिए इलेक्ट्रोड अभिक्रिया निम्न है –
`FeO+(1)/(2)Oto (1)/(2)Fe_(2)O_(3)`
या `underset(1″मोल”)(Fe^(2+))toFe^(3+)+ underset(1″मोल”)(e^-)`
उपरोक्त समीकरण से स्पष्ट है कि FeO का एक मोल `Fe_(2)O_(3)` में ऑक्सीकृत होने के लिए एलेक्ट्रोनो के एक मोल को त्यागता है ।
`therefore ` आवश्यक आवेश `=1F=96500C`.
(ii) इलेक्ट्रोड अभिक्रिया निम्न है –
`H_(2)(I) to(1)/(2)O_(2)(g)+ 2H^(+)(aq)+2e^(-)`
चूँकि ऑक्सीकरण प्रक्रिया में `H_(2)O` का एक मोल एलेक्ट्रोनो के दो मोलो को त्यागता है , अतएव
आवश्यक आवेश `=2F=2xx96500=193000 C`.