निम्न आँकड़ों से आबन्ध ऊष्मा की गणना कीजिये –
`2C_((“graphite”)) + 3H_(2)(g) rarr C_(2)H_(6)(g), Delta_(r)H^(@) = – 84.67 kJ`
`C_((“graphite”)) rarr C(g), Delta_(“sub”) H^(@) = 716.7 kJ`
`H_(2)(g) rarr 2H(g), Delta_(H-H)H^(@) = 435.9 kJ`
दिया हुआ है कि `C -H` आबन्ध ऊर्जा का मान `416` kJ है।
`2C_((“graphite”)) + 3H_(2)(g) rarr C_(2)H_(6)(g), Delta_(r)H^(@) = – 84.67 kJ`
`C_((“graphite”)) rarr C(g), Delta_(“sub”) H^(@) = 716.7 kJ`
`H_(2)(g) rarr 2H(g), Delta_(H-H)H^(@) = 435.9 kJ`
दिया हुआ है कि `C -H` आबन्ध ऊर्जा का मान `416` kJ है।
दी गयी समीकरण निम्न है –
`2C_(“(graphite)”) + 3H_(2)(g) rarr C_(2)H_(6)(g), Delta_(H-H)H^(@) = -84.67 kJ”………”(i)`
`C_(“(graphite)”)rarrC(g),” ” Delta_(H-H)H^(@) = 716.7 kJ”……..”(ii)`
`H_(2)(g) rarr 2H(g), ” “Delta_(H)H^(@), ” “Delta_(H)H^(@) = 435.9 kJ”………”(ii)`
समीo (i) को 2 से तथा समीo (iii) को 3 से गुणा कर जोड़ने पर ,
`2C_(“(graphite)”) + 3H_(2)(g) rarr 2C(g) + 6H(g), DeltaH^(@) = 716.7 xx 2 + 435.9 xx 3`
`= 2741.1 kJ”………”(iv)`
समी o (i) को समी o (iv) से घटाकर व्युत्क्रमित करने पर,
`C_(2)H_(6)(g) rarr 2C(g) + 6H(g), DeltaH^(@) = 2741.1 – (-84.67)`
`=2825.77 kJ”……..”(v)`
समी o (v) से स्पष्ट है की एक मोल ऐथेन को गैसीय परमाणुओं में वियोजित करने पर `2825.77 kJ` ऊर्जा का अवशोषण होता है । एक अणु ऐथेन में एक `C-C` तथा छः `C-H` आबन्ध उपस्थित रहते है । अतएव
`2825.77 kJ` =Bond energy of C-C bond + 6 `xx` (bond energy of C – H bond)
or `2825.77 kJ` = Bond energy of C-C bond + 6 `xx` 416 (given that C-H bond energy is `416 kJ “mol”^(-1)`)
Bond energy of C-C bond `= 2825.77- 6 xx 416`
`= 329.77 kJ “mol”^(-1)`