नादिरा एथेनॉल और एथेनोइक अम्ल के रासयनिक गुणों का अध्ययन कर रही थी। जिसके लिए उसने एथेनोइक अम्ल और सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल को एक परखनली में लिया और इस मिश्रण को गर्म किया। इसका वह अवलोकन कर ही रही थी की मीना ने आकर उसमे एथेनॉल डाल दिया । इस मिश्रण को जब पानी में डाला गया तब मिक्षण से विशिष्ट गंध आयी। अब आप बताइए कौन-सी अभिक्रिया हुई तथा उस अभिक्रिया का संतुलित रासयनिक समीकरण लिखिए ।
यह एस्टिकरण अभिक्रिया है। यह गंध एस्टर की है मीठे फलो के समान।
`CH_(3)COOH+C_(2)H_(5)Ohoverset(“सान्द्र”H_(2)SO_(4))(to)CH_(3)COOC_(2)H_(5)+H_(2)O`