l लम्बाई की डोरी का एक सिरा m संहति के किसी कण से तथा दूसरा सिरा चिकनी क्षैतिज मेज पर लगी खूँटी से बँधा हैं । यदि कण v चाल से वृत्त में गति करता हैं , तो कण पर ( केंद्र की ओर निर्देशित ) नेट बल हैं –
डोरी में तनाव हैं । (सही विकल्प चुनिये । )
A. T
B. `T- (mv^(2))/(l)`
C. `T + (mv^(2))/(l)`
D. 0
डोरी में तनाव हैं । (सही विकल्प चुनिये । )
A. T
B. `T- (mv^(2))/(l)`
C. `T + (mv^(2))/(l)`
D. 0
जब डोरी से बँधा कोई कण वृत्तीय पथ पर गति करता हैं , तो आवश्यक अभिकेंद्र बल डोरी में तनाव से प्राप्त होता हैं ।
`therefore` कण पर केंद्र की ओर कार्यरत परिणामी बल
= अभिकेंद्र बल
= डोरी में तनाव = T
`therefore` सही विकल्प T हैं ।