“काहे री नलिनी तू कुम्हिलानी” पंक्ति में नलिनी प्रतीक है|
(क) कमल के सभी फूलों की
(ख) जल में उगने वाले फूलों की
(ग) दु:खी लोगों की
(घ) जीवात्मा की
“काहे री नलिनी तू कुम्हिलानी” पंक्ति में नलिनी प्रतीक है|
(क) कमल के सभी फूलों की
(ख) जल में उगने वाले फूलों की
(ग) दु:खी लोगों की
(घ) जीवात्मा की
(क) कमल के सभी फूलों की
(ख) जल में उगने वाले फूलों की
(ग) दु:खी लोगों की
(घ) जीवात्मा की
(घ) जीवात्मा की