एक विलयन में सिल्वर `+1` ऑक्सीकरण अवस्था में उपस्थित है । इस विलयन की `8.46` एम्पियर की धारा को `8.0` घण्टे तक प्रवाहित करके विद्युत – अपघटन करने पर एक ट्रे (tray) पर कितने ग्राम सिल्वर निक्षेपित होगा ? यदि सिल्वर की परत की मोटाई `0.00254` सेमी हो तो ट्रे का क्षेत्रफल कितना है ? सिल्वर का घनत्व `10.5g cm^(-3)` है ।
Correct Answer – `272.88g, 1.02xx10^(4)cm^(2)`
इलेक्ट्रोड अभिक्रिया है – `Ag^(+)(aq)+e^(-)to Ag(s)`
Ag का तुल्यांक द्रव्यमान `=(108)/(1)=108`
`therefore Ag` का विद्दुतरासायनिक तुल्यांक
` (“तुल्यांक द्रव्यमान”)/(F)`
`(108)/(96500)=1.12xx10^(-3)g C^(-1)`
फैराडे के विद्दुत -अपघटन के प्रथम नियम से ,
`W=Z i t`
`=1.12xx10^(-3)xx8.46xx8xx60xx60-272.88 g`
माना ट्रे का क्षेत्रफल `A cm^(2)` है ।
`therefore ` लेपित सिल्वर का आयतन = क्षेत्रफल `xx` मोटाई `=Axx0.00254 cm^(3)`
लेपित सिल्वर का द्रव्यमान = आयतन `xx` घनत्व `Axx0.00254xx10.5`
अतः `Axx0.00254xx10.5=272.88`
या `A=(272.88)/(0.00254xx10.5)=10231.7 cm^(2)`
`=1.02xx10^(4)cm^(2)`