एक नियॉन लैंप से उत्पन्न `640.2nm(1nm=10^(-9)m)` तंरगदैर्घ्य का एकवर्णी विकिरण टंगस्टन पर सीजियम से निर्मित प्रकाश संवेदी पदाथ को विकिरित करता है। निरोधी वोल्टता `0.54V` मापी जाती है। स्त्रोत को एक लौह-स्त्रोत से बदल दिया जाता है। इसकी `427.2nm` वर्ण रेखा उसी प्रकाश सेल को विकिरित करती है। नयी निरोधी वोल्टता ज्ञात कीजिए।
Correct Answer – दोनों स्त्रोतों के लिए `eV_(0)=hv-phi_(0)` का उपयोग कीजिए। प्रथम स्त्रोत के लिए गए आंकड़ों से `phi_(0)=1.40eV` अतः दूसरे स्त्रोत के लिए `V_(0)=1.50V`।