एक छोटा गोला जिसका द्रव्यमान M तथा घनत्व `d_(1)` है, एक ग्लिसरीन भरे पात्र में डाला है । कुछ समय पश्चात गोले का वेग स्थिर हो जाता है । यदि ग्लिसरीन का घनत्व `d_(2)` है, तो गोले पर कार्य करने वाला श्यान-बल होगा :
A. `(Md_(1)g)/(d_(2))`
B. `Mg(1-(d_(2))/(d_(1)))`
C. `(M(d_(1)+d_(2)))/(g)`
D. `Md_(1)d_(2)`.
A. `(Md_(1)g)/(d_(2))`
B. `Mg(1-(d_(2))/(d_(1)))`
C. `(M(d_(1)+d_(2)))/(g)`
D. `Md_(1)d_(2)`.
Correct Answer – B
सीमान्त वेग `v=(2)/(9)(r^(2)(d_(1)-d_(2))g)/(eta)`,
जहाँ r गोले की त्रिज्या है |
`:.` श्यान – बल `F=6pitea”r v”=6pietarxx(2)/(9)(r^(2)(d_(1)-d_(2))g)/(eta)`
`=(4)/(3)pir^(3)(d_(1)-d_(2))g=(M)/(d_(1))(d_(1)-d_(2))g`
`=”M g”(1-(d_(2))/(d_(1)))`.