एक अवतल दर्पण क्षैतिज मेज पर इस प्रकार रखा हैं की उसकी अक्ष ऊध्र्वाधर ऊपर की और है। माना दर्पण का ध्रुव O तथा वक्रता-केंद्र C है। एक बिंदु-वास्तु दर्जन के वक्रता-केंद्र C पर राखी है। इसका वास्तविक प्रतिबिम्ब वक्रता-केंद्र C पर बनता है। यदि दर्पण में जल भर दिया जाये, तो प्रतिबिम्ब:
A. वास्तविक होगा तथा C पर ही रहेगा
B. वास्तविक हगा तथा C और `infty ` के बीच स्थित होगा
C. आभासी होगा तथा C और O के बीच स्तिथ होगा।
D. वास्तविक होगा तथा C और O के बीच स्तिथ होगा।
A. वास्तविक होगा तथा C पर ही रहेगा
B. वास्तविक हगा तथा C और `infty ` के बीच स्थित होगा
C. आभासी होगा तथा C और O के बीच स्तिथ होगा।
D. वास्तविक होगा तथा C और O के बीच स्तिथ होगा।
Correct Answer – d
दर्पण में जल भरने पर, यह कम फोकस-दुरी के अवतल दर्पण की तरह व्यवहार करेगा। इस नये प्रबंध के लिए, प्रारंभिक वक्रता-केंद्र C पर राखी वास्तु नये वक्रता-केंद्र से परे होगी। अतः प्रतिबिम्ब वास्तविक होगा तथा C व O के बीच बनेगा।