`0.16 M ZnSO_(4)` विलयन के 500 मिली में `90%` धारा दक्षता वाली `1.70` एम्पियर की धारा को 230 सेकण्ड तक प्रवाहित किया गया । जस्ते के निक्षेपन के पश्चात `Zn^(2+)` की मोलरता ज्ञात कीजिए । मान लीजिए कि विलयन का आयतन विद्युत – अपघटन के दौरान स्थिर रहता है ।
Correct Answer – `0.1564M`
`0.16M` विलयन के 500 मिली में उपस्थित `ZnSO_(4)` के मोलों की संख्या
`= (“मोलरता” xx “आयतन”)/(1000)=(0.16xx500)/(1000)=0.08`
विलयन में `ZnSO_(4)` निम्न प्रकार आयनित होता है –
`underset(1 “मोल”)(ZnSO_(4)(aq))hArr underset(1 “मोल”)(Zn^(2+)(aq)+SO_(4)^(2-)(aq)`
`therefore` दिए गए विलयन में `Zn^(2+)` के मोलो की संख्या (विद्दुत – अपघटन से पूर्व) `=0.08` विलयन में प्रवाहित विद्दुत धारा `=1.70xx(90)/(100)xx230=351.9C” “(because”धारा की दक्षता” 90% “है”।) `
`Zn^(2+)` के जस्ते के रूप में निपेक्षण का प्रक्रम निम्न है – `underset(1″मोल”)(Zn^(2+))+underset(2″मोल”)(2e^(-))toZn`
` Zn^(2+)` आयनों के 1 मोल को निपेक्षित करने के लिए आवश्यक विद्दुत `=2F=2xx96500C=193000C`
`therefore 351.9C` विद्दुत द्वारा निपेक्षित `Zn^(2+)` के मोलों की संख्या `=(1)/(193000)xx351.9=1.82xx10^(-3)`
विद्दुत -अपघटन के पश्चात , विलयन में शेष `Zn^(2+)` के मोलों की संख्या `=0.08-1.82xx10^(-3)=0.0782`.
`therefore` विलयन की मोलरता `= (“मोलों की संख्या”)/(“लीटर में आयतन “) = (0.0782)/(0.5)=0.1564M`
(`because` विलयन का आयतन `=500` मिली `=0.5L`)