1.

‘रस्सी जल गयी पर ऐंठन न गयी’ लोकोक्ति का सही अर्थ है-

A. रस्सी जलने पर राख बन जाना
B. अपने में मस्त होना
C. दूसरों की परवाह न करना
D. दुर्दशा होने पर भी अहंकार न छोड़ना
Answer» E.


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