1.

निम्न में से कौन - सा कारण संवत 1500 के आस - पास नवमी राजस्थानी के अविर्भाव से सम्बन्धित नहीं है ?

A. ‘ उ ‘ और ‘ और ‘ स्वरों का विकास
B. सं. 1500 के पश्चात लिखित जैनाचार्य के गद्य में राजस्थानी रूप की झलक
C. इसी संवत के आसपास प्राचीन पश्चिमी राजस्थानी से चारण शैली अपनी अलग पहचान बनाने लगी थी । अचल दास खींची री वचनिका (सं. 1500) चारण शैली की सर्वप्रथम रचना मान्य है ।
D. संवत 1100 से ही राजस्थानी के कई पृथक रूप दृष्टिगत होते है
Answer» E.


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