1.

जैन धर्म के अनुसार अनेकान्तवाद अथवा स्यादवाद से तात्पर्य हैः

A. हिंसा तथा अस्तेय
B. सदाचार
C. नैतिकता
D. निर्मल अन्तःकरण
Answer» E.


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