1.

एक स्वतंत्रता सेनानी द्वारा एक काव्य पाठ नौ रत्नों के पंजों से बचो भूप जवाहर तुम , जैसाण के किले पे तिरंगा पाओगे राजा के दरबार में किया गया . यहां जैसाण का अर्थ है -

A. जोधपुर
B. जैसलमेर
C. जैतारण
D. जसवंतगढ़
Answer» C. जैतारण


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