एक अभिक्रिया निम्नलिखित है
`Ag_2O(s)overset(Delta)(to)2Ag(s)+1/2O_2`
इस अभिक्रिया के लिए `Delta=30.56` किलजूल मोल`””^1 ` तथा `DeltaS=66` जूल `K^-1` है किस ताप पर अभिक्रिया साम्यावस्था प्राप्त करेगी ? इस ताप को परिवर्तित करने पर अभिक्रिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
`Ag_2O(s)overset(Delta)(to)2Ag(s)+1/2O_2`
इस अभिक्रिया के लिए `Delta=30.56` किलजूल मोल`””^1 ` तथा `DeltaS=66` जूल `K^-1` है किस ताप पर अभिक्रिया साम्यावस्था प्राप्त करेगी ? इस ताप को परिवर्तित करने पर अभिक्रिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
`DeltaG=DeltaH=-TDeltaS` तथा साम्यावस्था `DeltaG=0`
अतः साम्यावस्था पर ताप, `T=(DeltaH)/(DeltaS)=(30.56xx10^3)/(66)=463K`
इससे अधिक ताप पर `DeltaG` का मान तृणात्मक हो जायेगा अतः अभिक्रिया आगरा दिशा में सवतः प्रवर्तित हो जाएगी ?